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Saturday 31 March 2012

मेरे ख्वाबो को देखो यारो , कैसी ये सौगात मिली....

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
मेरे ख्वाबो को देखो यारो , कैसी ये सौगात मिली !
माँगा था रोशन जहाँ , मुझको अंधियारी रात मिली !!
 
ये पागल मन भी देखो , यूं बन बैठा दीवाना !
लाख समझाने पर भी , ये मेरी एक ना माना !!
 
कसूर नहीं था उसका भी , इलज़ाम क्यों मैं उसको दूँ !
अब वादे, यादे पास नहीं ,उस तूफां का हिसाब किसको दूँ !!
 
अब मिलना जुलना , भी देखो कैसा है दुशवार हुआ !
इश्क हुआ था तब मुझको , क्यों अब तक ना इज़हार हुआ !!
 
यूं देख देख कर ही तुमको , मन की बैचनी बढती थी !
शायद तुम भी सोच कर मुझको, एक ख्वाब नया सा घढती थी !!
 
पर मंजिल हम प्यार की चढ़ ना सके !
वो सपने भी सच हो ना सके !!
 
हमारे प्यार का दुश्मन , ये सारा संसार हुआ !
जिधर को निकला मैं , उधर न्यारी ही बात मिली !!
 
मेरे ख्वाबो को देखो यारो , कैसी ये सौगात मिली !
माँगा था रोशन जहाँ , मुझको अंधियारी रात मिली !!
 
 

Friday 30 March 2012

हर दर्द को ऐसे सहते है , न जाने कितने मीठे है ..........

लोग इस जिंदगी में जाने कितनी जिंदगी जीते है !
सुखो की आशा लिए ,बस दुखो के घूंट ही  पीते है !! 
 
सोचते सभी है , इस दुनिया में कुछ कर के जाना !
चाहते है , सभी इस दुनिया में नाम कमाना !!
 
इस मतलब की दुनिया में , ये मुमकिन न हो सका !
इस चलती फिरती दुनिया में , बस कोई भी नही रुका !!
 
अब इन दुखो के भईया , दोषी तो खुद ही बन बैठे !
हालात ऐसे है कुछ, अब हर बेटा बापू पर ऐठे !!
 
पर है कुछ ऐसे भी बेटे,बापू के जख्म जो सीते है ! 
हर दर्द को ऐसे सहते है , न जाने कितने मीठे है !!
 
लोग इस जिंदगी में जाने कितनी जिंदगी जीते है !
सुखो की आशा लिए ,बस दुखो के घूंट ही  पीते है !! 
 

Monday 26 March 2012

कभी ख़ुशी से झलके ये अश्क मेरे..........

यूं तो हर दर्द को हम ख़ुशी से सह गये !
फिर एक दिन सोचा जो जिंदगी को !!
 
पता चला , कुछ ख्वाब अभी अधूरे रह गये !
खुशियाँ आई तो थी, कई बार दर पे मेरे !!
 
कभी ख़ुशी से झलके ये अश्क मेरे !  
तो कभी अनायस ही , बह गये !!
 
और हमने , चाहा तो बहुत इन्हें रोकना !
मगर हम सोचते , खड़े यूं ही रह गये !!

Thursday 15 March 2012

हसरत.................

हसरत रहती थी मेरीतेरी एक झलक बस पाने की !
हिम्मत हुई नहीं तुझसे ,कभी अपने मन की कहने की !!
अब तुम जो मुझसे दूर हुए , इल्जाम मैं इसका किसको दूं !
आदत हो गयी अब मुझको, बस यूं ही तनहा रहने की !! 

आंख्ने भर आई , जब जब मैंने हसना चाहा !!

 आज वर्षो बाद फिर ऐसा वक़्त आया !
मेरी किस्मत ने फिर मुझको रुलाया !!
तम्मना मेरी भी थी , की हंस लू दो पल  !
आंख्ने भर आई , जब जब मैंने हसना चाहा !!
 

Wednesday 14 March 2012

रोक कोई ना पायेगा , इन अधरों को मुस्काने से !

 
रोक कोई ना पायेगा , इन अधरों को मुस्काने से !
बहुत जी चूका डरकर, अब डरता नहीं ज़माने से !!
ये हालत क्या खाक , हंस पायंगे मुझ पर यारो !
रोता नहीं हूँ अब , मैं किसी के दिल तोड़ जाने से !!
 
 
 

Friday 9 March 2012

जिंदगी ने मुझको पल पल दगा दिया .....

 













जिंदगी ने भी मुझको पल पल दगा  दिया !
जाना कहाँ था मुझकोपहुंचा कहाँ दिया !! 

एक हमसफ़र मेरा तू था , फिर क्यों तुने ये किया !
क्यों  साथ यूँही  पल पल , तुने मेरा दिया !!
मेरी वफा में कमी क्या थी , एक बार बता देते !
अब कभी ना भरेगा , जो ज़ख्म तुने दिया !!

जिंदगी ने भी मुझको पल पल दगा  दिया !
जाना कहाँ था मुझकोपहुंचा कहाँ दिया !! 

अब कहूँ क्या मैं तुमसे , ये दिल मेरा जल गया !
मंजिल को पाकर भी मैं, कैसे फिसल गया !!
ये चाहत का तेरी सिला है, जो हुआ ये मेरा हाल !
इस मासूम को तुने , कब मुजरिम बना दिया !!

जिंदगी ने भी मुझको पल पल दगा  दिया !
जाना कहाँ था मुझकोपहुंचा कहाँ दिया !! 

Monday 5 March 2012

झूम के देखो होली आई .......

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
देखो भाई , देखो भाई...
झूम के देखो होली आई
संग में , ढेरो खुशिया लायी... 
 
एक बात तुमको चाहे बताना ! 
प्यार से सब को रंग है लगाना !!
गिले शिकवे मिटा कर इस दिन ,!
दुश्मन को भी बना लो भाई   !!
 
झूम के देखो होली आई
संग में , ढेरो खुशिया लायी..... 
 
देखो तुम न , लड़ना झगड़ना ! 
इस दिन ना , किसी पर भडकना !! 
प्यार का , प्रतिक है ये त्यौहार !
खूब खाओ , खिलाओ मिठाई !!
 
झूम के देखो होली आई
संग में , ढेरो खुशिया लायी .....

Saturday 3 March 2012

इस हंसी के पीछे राज़ हुआ करते है...........

मैं देखता हूँ अक्सर ,बहुत से हँसते हुए चेहरे !
मगर ,इस हंसी के पीछे राज़ हुआ करते हैं !!
 
गम को छुपाने , के वास्ते हँसते है लोग !
ना चाहते हुए भी लग जाता है , ये रोग !!
किसी भी चीज़ की प्रिसिद्दी के पीछे दोस्तों !
कोई बड़े से बड़े साज़ हुआ करते है !!
 
मैं देखता हूँ अक्सर ,बहुत से हँसते हुए चेहरे !
मगर ,इस हंसी के पीछे राज़ हुआ करते हैं !!
 
मैंने देखा है , मौजो को साहिल से मिलते हुए !
शांत समुन्द्र, को अक्सर यूं ही  हिलते हुए !!
ये चट्टानें , देखा करती है , तबाही का मंजर !
न जाने कितने यहाँ , बेमौत मरा करते है !!
 
मैं देखता हूँ अक्सर ,बहुत से हँसते हुए चेहरे !
मगर ,इस हंसी के पीछे राज़ हुआ करते हैं !!