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Thursday, 19 December 2013

खुद को, सपनो की रानी लिखना...

बस उसे मेरी दीवानी लिखना !
तुम ऐसी कोई कहानी लिखना !!
कुछ लिखना बीते लम्हो को !
कुछ सपनो कि जुबानी लिखना !!

तुम हँसते रहना, बस हर पल यूँ !
तुम इन आँखों का पानी लिखना !!
कुछ खुशियों की सौगाते लिखना !
कुछ पीड, कोई पुरानी लिखना !!

तुम दिन का हर एक किस्सा लिखना !
कुछ प्यार-व्यार का हिस्सा लिखना !!
कुछ ताज़गी लिखना, सहरा की !
कुछ शाम कोई , सुहानी लिखना !!

और रातों के कुछ ख्वाब भी लिखना !
ख्वाबो में वो , इंतज़ार भी लिखना !!
तुम लिखना, वो सारी बाते !
खुद को, सपनो की रानी लिखना !!

पी के ''तनहा''








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पी के ''तनहा''