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Wednesday, 4 May 2016

तुझसे जुदा हो जाऊ, ऐसी औकात कहां.....

आज एक अजीब सा गुनाह कर रहा हूँ !
मालूम नहीं सही या गलत कर रहा हूँ !!
तुझसे जुदा हो जाऊ, ऐसी औकात कहां !
मैं खुद को खुद से जुदा कर रहा हूँ !!

पी के ''तनहा''

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पी के ''तनहा''