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Sunday, 17 July 2016

किस्मत विस्मत सब झूटी है, ना रखा कुछ तकदीरो में ....

भरोसा अभी नहीं रहा मुझको, इन हाथों की लकीरो में  !
किस्मत विस्मत सब झूटी है, ना रखा कुछ तकदीरो में !!

पी के तनहा 

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पी के ''तनहा''