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Tuesday 10 January 2012

नहीं आती अब इस चेहरे पर मुस्कान

तेरे जाने के बाद , लुट गया ये जहान
नहीं आती अब इस चेहरे पर मुस्कान  
 
याद है मुझको वो बीता हुआ कल
बाहों में तेरी वो गुजरा हुआ पल
आँखें भर आती है तुझे याद करके
अश्क भी अब जैसे बने है मेहमान
 
तेरे जाने के बाद , लुट गया ये जहान
नहीं आती अब इस चेहरे पर मुस्कान  
 
कभी हम भी दिल में तुम्हारे राज करते थे
मेरी शायरी पर लोग नाज़ करते थे
गये हो जबसे तुम , तनहा तनहा हूँ मैं
तुम आओगे , कहकर लोग देते है इत्मिनान
 
तेरे जाने के बाद , लुट गया ये जहान
नहीं आती अब इस चेहरे पर मुस्कान  
 
अपने साये से बाते करता हूँ आजकल
याद करते हुए , तुम्हे लिखता हूँ ग़ज़ल
जीना चाहता था , दो पल तेरे साथ मैं भी
जल गया मगर , मेरे जीने का फरमान
 
तेरे जाने के बाद , लुट गया ये जहान
नहीं आती अब इस चेहरे पर मुस्कान  

Monday 9 January 2012

तुम मेरे ख्वाबो में आते क्यों हो,,,,,,,,,,

तुम मेरे ख्वाबो में आते क्यों हो !
दिल की धडकने बढ़ाते क्यों हो !!
गर मिलना गवांरा नहीं मुझसे !
फिर हरपल याद आते क्यों हो !!

मैं मानता हूँ ये प्यार मैंने किया !
तेरे दीदार की तम्मन थी मुझको !!
पल पल जिसके लिए इंतजार मैंने किया !
मिलते नही हो ,फिर ये प्यार निभाते क्यों हो !!

तुम मेरे ख्वाबो में आते क्यों हो !
दिल की धडकने बढ़ाते क्यों हो !!

ये मालूम है तुमको , चैन नहीं आता तुझ बिन !
हर पल तडपते हो , मछली जैसे पानी बिन !!
तेरी हसरतो मैं ही ,क्त जाएगी जिंदगी अब तो !
तुम इतना साथ मेरा निभाते क्यों हो !!

तुम मेरे ख्वाबो में आते क्यों हो !
दिल की धडकने बढ़ाते क्यों हो !!

Saturday 7 January 2012

भगवान के नाम पर देखो वो कमाने लगे है.....

बेशक पहचानने में जिनको ज़माने लगे है !
भगवान के नाम पर देखो वो कमाने लगे है !!

वो जो कभी किया करते थे ईमानदारी की बाते !
वो ही आज रिशवत खाने लगे है ..!!

बेशक पहचानने में जिनको ज़माने लगे है !
भगवान के नाम पर देखो वो कमाने लगे है !!

सोचा ना था इस ज़माने में  ऐसा वक़्त भी आएगा !
अपराधी ही बेकसूरों पे इल्जाम लगाने लगे है !!

बेशक पहचानने में जिनको ज़माने लगे है !
भगवान के नाम पर देखो वो कमाने लगे है !!

कभी डरते थे हम ,अंधेरो के साये से भी !
और आज है की , उनसे ही दोस्ती बनाने लगे है !!

बेशक पहचानने में जिनको ज़माने लगे है !
भगवान के नाम पर देखो वो कमाने लगे है !!

कभी हम भी किया करते थे मना पीने से !
आज हम भी मैकदे जाने लगे है !!

बेशक पहचानने में जिनको ज़माने लगे है !
भगवान के नाम पर देखो वो कमाने लगे है !!

Monday 2 January 2012

हम तो डूबने चले थे .मगर ........

हम तो डूबने चले थे .मगर ........!
सागरों में अब गहराइया नहीं रही !!  
 
ये आँखें आज फिर रोने को है !
मन ये फिर आज सोने को है !!
जिंदगी की शाम होने को है !
वक़्त के फैसले, अब ये ही सही !!
 
हम तो डूबने चले थे .मगर ........!
सागरों में अब गहराइया नहीं रही  !!
 
तुझसे उम्मीद थी मुझको बहुत !
मगर अब उम्मीद क्या रखूँ !!
निशाँ ही मिट गये मंजिल के !
मंजिल जो , आज तक मिली नहीं !!
 
हम तो डूबने चले थे .मगर ........!
सागरों में अब गहराइया नहीं रही !!
 
मालूम मुझको नहीं , मगर !
मिले थे तुम उस मोड़ पर !!
अनजान बना दिया मुझको !
मगर अजनबी तुम तो नहीं !!
 
हम तो डूबने चले थे .मगर ........
सागरों में अब गहराइया नहीं रही