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Wednesday 13 June 2012

फिर शुरू जो हुआ , सिलसिला हादसों का ...

मेरे साथ रहा है एक खामोश लम्हा !
काफिला मेरे साथ, मगर रहा मैं तनहा !!

मैंने ये नज्मे  , तेरे नाम लिख दी !
हकीकत मैंने ये ,सरेआम कर   दी !!
मोह्हबत ये तेरी मिले , ना मिले !
जिंदगानी मैंने ये तेरे नाम कर दी !!

ये अश्को की बारिश , ये गमो का साया !
वो यादों का मौसम , जो संग संग बिताया !!
फिर शुरू जो हुआ , सिलसिला हादसों का !
हर पल तो फिर , दर्द ओ गम लेके आया !!

और यूं तो.........

मेरे साथ रहा है एक खामोश लम्हा !
काफिला मेरे साथ, मगर मैं रहा तनहा !!


Wednesday 6 June 2012

आज लिखने को कोई कहानी नहीं है..

ये यादें नयी है , पुरानी नहीं है !
आज लिखने को कोई कहानी नहीं है !!

यूं तो शब्दों की मेरे , कोई कीमत नहीं है !
मैं जिंदा भी हूँ , ये हकीकत नहीं है !!
यादों में तेरी जो बह चुके , मेरे आंसू !
वो आंसूं ही है , बहता पानी नहीं है !!

ये यादें नयी है , पुरानी नहीं है !
आज लिखने को कोई कहानी नहीं है !!

जिंदगी वैसे तो वीरान हो चुकी मेरी !
आशा बाकि है अभी , लौट आने की तेरी !!
जबसे गये हो तनहा हूँ , हो गया मैं !
अब मालुम हुआ , बिन तेरे जिंदगानी नहीं है !!

ये यादें नयी है , पुरानी नहीं है !
आज लिखने को कोई कहानी नहीं है !!

लिखता हूँ मैं , लोग कहने लगे है !
नहीं मालूम उन्हें शायद , लिखने के बहाने !!
हम ज़ख्मो को छुपाने लगे है !
यूं तो अलग भी नहीं है , ये कहानी मेरी !!
मगर फिर भी जानी - पहचानी नहीं है !

ये यादें नयी है , पुरानी नहीं है !
आज लिखने को कोई कहानी नहीं है !!

Friday 1 June 2012

इन अश्को की कुछ तो सुन लो...

अब मुझसे ही सब पूछोगे !
कुछ अपनी भी बतलाया करो !!
मैं तो यूँ ही तनहा खुश हूँ !
बस ख्वाबो में आ जाया करो !!
अफ़सोस, तुम मुझको मिले नहीं !
कुछ फूल , जो अब तक खिले नहीं !!
इन अश्को की कुछ तो सुन लो !
मुझे इतना न तडपाया करो !!
अब मुझसे ही सब पूछोगे !
कुछ अपनी भी बतलाया करो !!
मैं तो यूँ ही तनहा खुश हूँ !
बस ख्वाबो में आ जाया करो !!