Pages

Monday 13 August 2012

है आँखों में पानी, और दिल ये उदास ...

कुछ तेरी निशानी, जिंदा है मेरे पास !
है आँखों में पानी, और दिल ये उदास !!

कुछ टूटे से सपने, कुछ छूटे हुए अपने !
तेरे जाने से , सब मेरे बेरंग एहसास !!


         ### पी के शर्मा ###

Thursday 9 August 2012

हंसते हुए भीग जाती है अक्सर आँखें.....

 जाने किस किस की आस होता है !
कोई चेहरा जब भी उदास होता है !!
 
उसकी उदासी पे मत जाना , तुम !
ये तो अपना अपना लिबास होता है !! 
 
और कितना ही ठुकरा दे ज़माना !
वो किसी के लिए तो खास होता है !! 
 
हंसते हुए भीग जाती है अक्सर आँखें ! 
वो चेहरा मेरे जब भी पास होता है !!

Monday 6 August 2012

बच्चे को देख कर आंसू निकल रहे थे ....

तुमको सुना रहा हूँ एक गाँव की कहानी 
सूरत से आप जैसे इन्सान की कहानी 
बस्ती से थोडा हटके एक झोपडी खड़ी थी 
भादो की रात काली ले मोर्चा अड़ी थी 
सैलाब आ गया था बारिश घनी हुई थी 
हर बार की तरह ये कुछ बात न नई थी 
बच्चा था उम्र १० थी चेचक निकल रही थी 
सोले फफोले टाँके सब देह जल रही थी 
दमड़ी न पास में थी न पास में था जेवर 
कोई उधार क्यों दे इन्सान खुश्क बेजर
माँ बाप दोनों रातों करवट बदल रहे थे 
बच्चे को देख कर आंसू निकल रहे थे 
लो बाप उठ के बैठा कोई सवाल लेकर 
या बेबसी का आलम कोई जमाल लेकर 
सोचा अपने आप को ही कोई सजा दूं 
अब मैं अपने लाल को  क्या दवा दूं 
इन सब से अच्छा है इसका गला दबा दूं 
चेचक से मर गया था यह गाँव में हवा दूं 
बेटे के पास जाकर जैसे गला दबाया 
आवाज़ पर न निकली और कंठ भर के आया 
ममता आ कर बोली कैसा ये बाप है तू 
किस जनम का बैरी है , सांप है तू 
अब तुम ही बताओ यारो किसकी खता बताओ 
सामिल है अहले भगवान, किसको सजा सुनाओ 
एक अनुरोध :-इस मंच पर आने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया, बस जाने से पहले एक गुजारिश है साहब की- 'कुछ तो कहते जाइये जो याद आप हमको भी रहें, अच्छा नहीं तो बुरा सही पर कुछ तो लिखते जाइये

Friday 3 August 2012

इस हसने की चाह ने मुझे कितना रुलाया है...


इस हसने की चाह ने मुझे कितना रुलाया है !
हमदर्द नहीं है कोई, बस दर्द मेरा साया है !! 
 
इस मतलबी जिंदगी पर कैसे यकीं कर लू !
मेरी आह पर लोगो को प्यार आया है !!
 
सपने भी छलते रहे मुझको , मुझसे ही !
हर बार लगा जैसे , लौट तू आया है !!
 
इस हसने की चाह ने मुझे कितना रुलाया है !
हमदर्द नहीं है कोई, बस दर्द मेरा साया है !! 

Wednesday 1 August 2012

कहता है मेरी आँखों का पानी ............

कहता है मेरी आँखों का पानी !
सुनलो जरा तुम मेरी कहानी !! 
 
चंद यादें ही बची है पास मेरे !
रूठी है जबसे , सपनों की रानी !!

दिल का दरिया, कबसे है कह रहा !
लौट आओ, तुम बनकर दीवानी !!

यादें भी तेरी मिट रही है अब तो !
दे जाओ कुछ तो अपनी निशानी !!

जिंदगी बिन तेरे , ये  हुई कुछ ऐसी !
जिंदा हूँ, मगर ना है जिंदगानी !!

कहता है मेरी आँखों का पानी !
सुनलो जरा तुम मेरी कहानी !!