मेरी आँखों में सजे अश्क, जो है मेरी कहानी
ये अश्क ही है बस अब तेरी याद की निशानी
ये अश्क जो थे मोती ,अब बन गए है पानी
तम्मना है अब भी ,गुज़ारू तेरे ही साथ जिंदगानी
ये कुछ और नहीं बस वक़्त की है रवानी
तुझे मालुम है की जिंदगी है एक खामोश सफ़र
और इसमें तुझे मेरे साथ चलना है मेरे हमसफ़र
हम होंगे साथ तो नहीं डगमगायेगी हमारी डगर
लेकिन तू ही मुझको चली गयी छोड़कर
साडी कसमे, सारे वादे तोड़कर
मुझे तेरा इंतजार अब भी है जानी ........
मुझ पर भी करदे ये छोटी सी महेरबानी
मेरी आँखों में सजे अश्क, जो है मेरी कहानी
ये अश्क ही है बस अब तेरी याद की निशानी
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पी के ''तनहा''