Pages

Friday, 14 October 2011

अपने को कहते है दीवाना ..............

एक लड़के ने किया जब लड़की से
प्रेम का अपने इज़हार 
लड़की ने भी कर दिया 
बेचारे को इंकार
इस गम में लड़का बन गया शराबी 
और बोला लड़की से , बता 
मुझमे क्या है खराबी 
माना तुम मुझसे प्यार नहीं करती हो 
पर देखा है मैंने अक्सर 
तुम चुपके से मुझको देखा करती हो 
एक बार स्वीक्रति दे दो 
पूरी दुनिया से लड़ जाऊंगा 
मर भी गया तो क्या गम होगा 
अपना प्यार अमर कर जाऊंगा 
लड़की बोली देखे है , मैंने 
ऐसे कई दिलवाले ....
अपने को कहते है दीवाना
पर होते है , पीने वाले 
माना आज के युग में 
हर इंसा पीता है 
आये अनेक , तुम उनमे एक 
जिसने इस दिल को जीता है 
हाँ ,,,, ये सच है प्यार है तुमसे 
लब खामोश थे मेरे जब से 
ईश्वर ने मेरी इस ख़ामोशी को तोडा है 
और तुमको बनाकर हमसफ़र मेरा 
तुमसे नाता जोड़ा है ....

1 comment:

आपके सुझाव और प्रतिक्रियाएं सादर आमंत्रित है ! आपकी आलोचना की हमे आवश्यकता है,
आपका अपना
पी के ''तनहा''