बेशक पहचानने में जिनको ज़माने लगे है !
भगवान के नाम पर देखो वो कमाने लगे है !!
वो जो कभी किया करते थे ईमानदारी की बाते !
वो ही आज रिशवत खाने लगे है ..!!
बेशक पहचानने में जिनको ज़माने लगे है !
भगवान के नाम पर देखो वो कमाने लगे है !!
सोचा ना था इस ज़माने में ऐसा वक़्त भी आएगा !
अपराधी ही बेकसूरों पे इल्जाम लगाने लगे है !!
बेशक पहचानने में जिनको ज़माने लगे है !
भगवान के नाम पर देखो वो कमाने लगे है !!
कभी डरते थे हम ,अंधेरो के साये से भी !
और आज है की , उनसे ही दोस्ती बनाने लगे है !!
बेशक पहचानने में जिनको ज़माने लगे है !
भगवान के नाम पर देखो वो कमाने लगे है !!
कभी हम भी किया करते थे मना पीने से !
आज हम भी मैकदे जाने लगे है !!
बेशक पहचानने में जिनको ज़माने लगे है !
भगवान के नाम पर देखो वो कमाने लगे है !!
क्या बात है...बहुत ही अर्थपूर्ण ग़ज़ल...
ReplyDeleteबेशक पहचानने में जिनको ज़माने लगे है !
ReplyDeleteभगवान के नाम पर देखो वो कमाने लगे है !!
sundar abhivykti...