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Saturday, 1 November 2014

माँ..........

हमारे कल के लिए, अपना आज मिटा देती है !
वो माँ ही है, जो हमे, बस दुआ और दुआ देती है !!

पी के ''तनहा''

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आपका अपना
पी के ''तनहा''