मुझसे पूछो जरा !
दर्द होता है क्या !!
बिन तेरे ए सनम !
तनहा कैसे जिया !!
वो यादे तेरी मुझको तड़पायन्गी !
इन लबों पे कहाँ अब हसीं आएँगी !!
मुझको दिए जो तुने वो गम !
उन गमो का प्याला है मैंने पिया !!
मुझसे पूछो जरा !
दर्द होता है क्या !!
वो रातें भी कितनी हसीं थी यारा !
पाया था मैंने , जिनमे प्यार तुम्हारा !!
अपने आप से ही सहेम सा जाता हूँ मैं !
इस कद्र तुने मुझको तोड़ दिया !!
मुझसे पूछो जरा !
दर्द होता है क्या !!
बिन तेरे ए सनम !
तनहा कैसे जिया !!
वो यादे तेरी मुझको तड़पायन्गी(तडपायेगीं) !
ReplyDeleteइन लबों पे कहाँ अब हसीं आएँगी !!
अच्छी यादे को हमसफर बनाइये .... !
लबों पर हंसी अपने-आप आजायेगी .... !!
sahi kaha vibha ji aapne
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