सब कहते है, खो जाएगा सब !
कुछ पास नही , खोने के लिए !!
ऊपर वाले ने , लिखा है जो !
सब होता है ,होने के लिए !!
मेरी इसमें कोई खता नहीं !
ये वक़्त की सारी आंधी है !!
यहाँ कुछ दिन की आबादी है !
फिर चारो तरफ बर्बादी है !!
यहाँ खुशियाँ तो आती है मगर !
कुछ पल में वो चली जाती है !!
लूट कर, हमसे वो हमको ही !
बस यादें वो दे जाती है !!
ये खुशियों का संसार नहीं !
बस गमो का , आना - जाना है !!
वो जीता है यहाँ खुश होकर !
जिसने गम को पहचाना है !!
मैं भी गम को, पहचान गया !
खुशियों का राज़ मैं जान गया !!
ना कोई शमा है यहाँ , ना परवाना है !
बस गम ही अपना ठिकाना है !!
बस यादें वो दे जाती है !!
ReplyDeleteपर क्यों....
साथ क्यों नहीं ले जाती
wah bahut khoob !
ReplyDeletebahut khub...
ReplyDeletebadhiya prastuti....