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Friday, 1 June 2012

इन अश्को की कुछ तो सुन लो...

अब मुझसे ही सब पूछोगे !
कुछ अपनी भी बतलाया करो !!
मैं तो यूँ ही तनहा खुश हूँ !
बस ख्वाबो में आ जाया करो !!
अफ़सोस, तुम मुझको मिले नहीं !
कुछ फूल , जो अब तक खिले नहीं !!
इन अश्को की कुछ तो सुन लो !
मुझे इतना न तडपाया करो !!
अब मुझसे ही सब पूछोगे !
कुछ अपनी भी बतलाया करो !!
मैं तो यूँ ही तनहा खुश हूँ !
बस ख्वाबो में आ जाया करो !!

1 comment:

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आपका अपना
पी के ''तनहा''