मैं कह नहीं पाया, मगर तुमको तो कहना था !
इस बेबस दिल में मेरे बस तुमको ही रहना था !!
जिंदगी में तुझको पाकर खुश था मैं भी , कभी !
तूफ़ान बेबसी का इस जिंदगी में , वो आया तभी !!
याद आती है , जब वो भयानक रात का मंजर !
आंसू भी क्या करते बेचारे , इनको बस बहना था !!
मैं कह नहीं पाया, मगर तुमको तो कहना था !
इस बेबस दिल में मेरे बस तुमको ही रहना था !!
wha... whaa... kya baat hai...
ReplyDeletedil ko chu liya aapne to sir...
grand salute for u
भावभीनी रचना..
ReplyDeleteयाद आती है , जब वो भयानक रात का मंजर !
ReplyDeleteआंसू भी क्या करते बेचारे , इनको बस बहना था !!
बेचारे ये आंसू हर हाल में बहते हैं .... बस बहना .... !!
शब्द शब्द दिल में उतर गयी.....!!!
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