वो अजनबी जब भी मेरे सपनों में आया है !
मेरी पलकों ने , एक हसीं ख्वाब सजाया है !!
और देखकर सादगी भरा , लिबास उसका !
उस शख्स पर मुझको, और प्यार आया है !!
यूं तो देखा नहीं उसने, कभी प्यार से मुझको !
मगर उसकी आँखों ने, मुझे कई बार बुलाया है !!
अब जो भी हो, नहीं डरता मैं अब जमाने से !
वो ही मेरा हमसफ़र ,वो ही मेरा हमसाया है !!
पी के ''तनहा''
मेरी पलकों ने , एक हसीं ख्वाब सजाया है !!
और देखकर सादगी भरा , लिबास उसका !
उस शख्स पर मुझको, और प्यार आया है !!
यूं तो देखा नहीं उसने, कभी प्यार से मुझको !
मगर उसकी आँखों ने, मुझे कई बार बुलाया है !!
अब जो भी हो, नहीं डरता मैं अब जमाने से !
वो ही मेरा हमसफ़र ,वो ही मेरा हमसाया है !!
पी के ''तनहा''
प्यार का अनोखा रंग दिल को बहलाया है !!
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