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Friday, 3 May 2013

जब कभी मैं, खुद ही में डूबकर, तुझको सोचता हूँ.....

इस लम्हा लम्हा जिंदगी में, तुम्हे जब कभी सोचता हूँ !
तब जिंदगी के हर लम्हे में, बस तुम्हे ही खोजता हूँ !!
मन में एक अजीब एहसास होता है , यूँ तुझको सोचकर !
जब कभी मैं, खुद ही में डूबकर, तुझको सोचता हूँ ....

पी के ''तनहा''

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पी के ''तनहा''