खवाबो में देखा है जिनके लिए सेहरा
आज हकीकत में देखा उनका चेहरा
चेहरे पर मासूमियत इतनी मगरूर थी
चेहरे पर मासूमियत इतनी मगरूर थी
और क्या बताये आपको ,,,,
जब लड़ी उनसे हमारी नजर
कसम से आँखें उनकी शर्म से चूर चूर थी
दीदार करने को उनका हर तरफ था कड़ा पहरा
खवाबो में देखा है जिनके लिए सेहरा
आज हकीकत में देखा उनका चेहरा
सुना था आज वो चले जायेंगे
हमको यूं ही अकेला तनहा कर जायेंगे
आकर उन्होंने कहा की चलते है
देखकर उनको हमने सुना की मिलते है
यूँ तो काफी लोग थे उनके दीदार की खातिर
और आखिरी दीदार के लिए मैं भी ठहरा
खवाबो में देखा है जिनके लिए सेहरा
आज हकीकत में देखा उनका चेहरा
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पी के ''तनहा''