आज हमको ठुकराकर जा तो रहे हो
मगर आने वाले कल में आप पछताएँगे
आज आप जा रहे हो हमसे मुह मोडकर
कल हम भी चले जायेंगे तुमको तडपता छोडकर
और फिर आप हमको बुलाओगे
मगर हम नहीं आयेंगे
क्योंकि तुमसे बिछड़ कर हम
इस दुनिया में नहीं उस दुनिया में चले जयेंगे
आज हमको ठुकराकर जा तो रहे हो
मगर आने वाले कल में आप पछताएँगे
तुम सोचना यू ही मुझको खवाबो में
और गर करना हो महसूस मुझे
तो जाना गुलाबो की खुसबो में
मैं मिलूँगा तुमको गुलाबो में
जिंदा रहकर भी हम तुम
पल पल मरते रह जाएँगे
आज हमको ठुकराकर जा तो रहे हो
मगर आने वाले कल में आप पछताएँगे
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पी के ''तनहा''