Pages

Monday, 13 August 2012

है आँखों में पानी, और दिल ये उदास ...

कुछ तेरी निशानी, जिंदा है मेरे पास !
है आँखों में पानी, और दिल ये उदास !!

कुछ टूटे से सपने, कुछ छूटे हुए अपने !
तेरे जाने से , सब मेरे बेरंग एहसास !!


         ### पी के शर्मा ###

2 comments:

  1. bahut achha likhte hain dear.. aapke nimantran par yahan aaya.. dekha to dil ko chhuune wali bahut sari nazmen hai.. rok nahi paya khud ko yeh bayaan karne se.. ki wakai..kisi ke lie pyar hai aapke bhi dil me..

    ReplyDelete
  2. अहसासों को शब्दों में बखूबी बयां किया है..
    अपनों के जाने से जिन्दगी कुछ बेरंग सी हो
    जाती है..
    :-)

    ReplyDelete

आपके सुझाव और प्रतिक्रियाएं सादर आमंत्रित है ! आपकी आलोचना की हमे आवश्यकता है,
आपका अपना
पी के ''तनहा''