डूब कर तेरे एहसासों में, कुछ यूँ होता है !
हंसती रहती है आँखें, मगर दिल रोता है !!
बिछड़ कर तुझसे, ''तनहा'' मैं हो गया हूँ !
क्या मोह्हबत में,''पी के'' ऐसा ही होता है !!
पी के ''तनहा''
हंसती रहती है आँखें, मगर दिल रोता है !!
बिछड़ कर तुझसे, ''तनहा'' मैं हो गया हूँ !
क्या मोह्हबत में,''पी के'' ऐसा ही होता है !!
पी के ''तनहा''
बिलकुल ऐसा ही होता है ....
ReplyDeleteGod Bless U .....
वाह!!! बहुत बढ़िया | आनंदमय | आभार
ReplyDeleteकभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
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u r wright p k
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