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Wednesday, 24 April 2013

खुद भी रोयेंगे आज, तुम्हे भी रुलायंगे ....

आज ख्वाबो में तुमको फिरसे बुलाएँगे !
कहानी जो अधूरी है, तुमको सुनायेगे !!
मुददत हो गयी, इन आँखों से आंसू निकले !
खुद भी रोयेंगे आज, तुम्हे भी रुलायंगे !!


                                       पी के ''तनहा''

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पी के ''तनहा''