आज ख्वाबो में तुमको फिरसे बुलाएँगे !
कहानी जो अधूरी है, तुमको सुनायेगे !!
मुददत हो गयी, इन आँखों से आंसू निकले !
खुद भी रोयेंगे आज, तुम्हे भी रुलायंगे !!
पी के ''तनहा''
कहानी जो अधूरी है, तुमको सुनायेगे !!
मुददत हो गयी, इन आँखों से आंसू निकले !
खुद भी रोयेंगे आज, तुम्हे भी रुलायंगे !!
पी के ''तनहा''
No comments:
Post a Comment
आपके सुझाव और प्रतिक्रियाएं सादर आमंत्रित है ! आपकी आलोचना की हमे आवश्यकता है,
आपका अपना
पी के ''तनहा''