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Saturday, 6 April 2013

एक गुनाह , जो मैं बार बार करता हूँ ..

एक गुनाह , जो मैं बार बार करता हूँ !
भूलकर अक्सर, तुझे याद करता हूँ !!
पाता हूँ, खुद को मैं  ''तनहा'' जब कभी !
रब से ''दीदार ए यार'' की फ़रियाद करता हूँ !!

पी के ''तनहा''

1 comment:

  1. आमीन !!
    रब मनोकामना पूरी करे !!
    तथास्तु !!
    शुभकामनायें !!

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आपका अपना
पी के ''तनहा''