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Saturday, 16 April 2016

मैंने छोड़ दी, दर्द की नुमाइशे करनी.......

मुझको मन ही मन समझाने लगी है !
ख़ामोशी भी आजकल, गुनगुनाने लगी है !!

मैंने छोड़ दी, दर्द की नुमाइशे करनी !
खुशिया अब अपने घर भी आने लगी है !!

पी के ''तनहा''

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पी के ''तनहा''