मरता हूँ मैं पल पल
कर बैठा तुमसे प्यार
मगर तुमको इससे क्या
तेरे प्यार मैं हम हुए बदनाम
मगर तुमको इससे क्या
लुट गया , मैं सहर ओ शाम,
मगर तुमको इससे क्या
दुनिया से जा रहा हूँ, तेरी खातिर
मगर तुमको इससे क्या
तेरे प्यार की है ये सजा
रहेगी उम्र भर , तेरी इल्त्जां
मालुम है मुझे तेरा इनकार
पर करता रहूँगा,फिर भी प्यार
मगर तुमको इससे क्या
बहुत सुन्दर...
ReplyDeletethnks kenri shab
Deletewahh ...
ReplyDeletebahut hi sundar....
thnks Maurya JI
Deleteमंगलवार 28/05/2013 को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं ....
ReplyDeleteआपके सुझावों का स्वागत है ....
धन्यवाद !!
thnks badi maa
Deletewaah ....
ReplyDeletethnks NISHA ji
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