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Wednesday, 30 November 2011

एक बात तुम्हे बतलाना था , बस थोडा प्यार जताना था ..

एक बात तुम्हे बतलाना था ,
बस थोडा प्यार जताना था

एक रोज़ जो देखा था तुमको 
बस तुमसे प्यार हुआ हमको 
ये जां भी कर दी नाम तेरे 
तुझको भी प्यार निभाना था 

एक बात तुम्हे बतलाना था ,
बस थोडा प्यार जताना था 

जब प्यार की वो अरदास हुई 
उस रोज़ जो वो बरसात हुई 
तुम झूम उठी उस बरखा में 
तुम्हे हमको भी बुलाना था 

एक बात तुम्हे बतलाना था ,
बस थोडा प्यार जताना था 

फिर तुमको हमसे प्यार हुआ 
जब दोनों का इकरार हुआ 
जब दोनों की फिर आँख मिली 
पर तुमको तो शर्माना था 

एक बात तुम्हे बतलाना था ,
बस थोडा प्यार जताना था 

फिर क्या अचानक ऐसा हुआ 
मैं सोच रहा , ये कैसे हुआ 
क्यों उन्होंने , हमसे मुह मोड़ा 
क्यों किया वो हमसे बहाना था 

एक बात तुम्हे बतलाना था ,
बस थोडा प्यार जताना था 

फिर तुम कुछ कुछ मजबूर हुए 
तुम धीरे धीरे दूर हुए.........
क्या हुई थी , हमसे खता 
तुम्हे हमको , समझाना था 

एक बात तुम्हे बतलाना था ,
बस थोडा प्यार जताना था 
 

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पी के ''तनहा''