बहुत दिन बीत गये , दीदार नहीं हुआ तुम्हारा
भूलने वाले ये तो बताजा , कैसा है हाल तुम्हारा
तुने सोचा , तेरे बिन जी पाएंगे हम
एक पल बिछड़े , तो मर जायेंगे हम
चले गये मुझको ठोकर लगाकर
एक तुम ही तो थे मेरा सहारा
बहुत दिन बीत गये , दीदार नहीं हुआ तुम्हारा
भूलने वाले ये तो बताजा , कैसा है हाल तुम्हारा
पुरे दिन हम , तेरी खातिर उस चोराहे पर रहते थे
कहना तो बहुत कुछ था , पर कह कुछ नहीं पाते थे
जाने वाले लेते जाना , आखिरी है ये सलाम हमारा
बहुत दिन बीत गये , दीदार नहीं हुआ तुम्हारा
भूलने वाले ये तो बताजा , कैसा है हाल तुम्हारा
बहुत खूबसूरत प्रस्तुति , बधाई.
ReplyDeleteकृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारने का कष्ट करें.