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Tuesday, 13 December 2011

दिल का दरिया बहता जाये ........

दिल का दरिया बहता जाये 
एक दर्द सा मानो सहता जाये  ...
 
देख कर उनको एक पल ही बस
इसको यूँ ही चैन आ जाये
सुने या ना सुने कोई इसकी
एक कहानी मानो कहता जाये
 
दिल का दरिया बहता जाये 
एक दर्द सा मानो सहता जाये  
 
ये हर कोई कहता है
दिल में किसी के तू रहता है
कोई हँसे है , पल पल यूँ ही
कोई रोकर भी ना रो पाए
 
दिल का दरिया बहता जाये 
एक दर्द सा मानो सहता जाये  
 
सबकी कोई कहानी होती है
ये बात ए जवानी होती है
टूट क्र इतना चाहो किसी को
की प्यार को भी प्यार हो जाये
 
दिल का दरिया बहता जाये 
एक दर्द सा मानो सहता जाये  

3 comments:

  1. आप अच्छा लिखते हैं पी के ... आशा करते है सफर चलता रहेगा ... खुश रहें ...

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  2. सबकी कोई कहानी होती है
    ये बात ए जवानी होती है
    टूट क्र इतना चाहो किसी को
    की प्यार को भी प्यार हो जाये
    दिल का दरिया बहता जाये
    एक दर्द सा मानो सहता जाये
    dil to na jane kitane gam or kitani hi khushiyo ko apne andar samaye huye hai...
    bahut hi sundar gahare bhav liye rachana hai...

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पी के ''तनहा''