मैं क्या करू अब मुझसे
ये दर्द सहा नहीं जाता ..........
दो पल गुजरे उसकी बाहों में
काश की ऐसा हो पाता
मैं क्या करू अब मुझसे
ये दर्द सहा नहीं जाता ..........
तनहा तनहा वो यादों में रहता है
अच्छा होता , दीदार जो उसका हो जाता
मैं क्या करू अब मुझसे
ये दर्द सहा नहीं जाता .............
समझ जो पाती तुम मुझको
तो प्यार तुम्हे भी हो जाता
मैं क्या करू अब मुझसे
ये दर्द सहा नहीं जाता .........
अब इस रुसवाई का मैं क्या करू
अच्छा होता , मुझको भी साथ तू अपने ले जाता
मैं क्या करू अब मुझसे
ये दर्द सहा नहीं जाता........
वाह बहुत खूब दर्द को भी जैसे जुबान मिल गई |
ReplyDeleteसुन्दर अहसास |
समझ जो पाती तुम मुझको
ReplyDeleteतो प्यार तुम्हे भी हो जाता
सुन्दर पंक्तियाँ..
www.belovedlife-santosh.blogspot.com
सुंदर पंक्तियाँ ...
ReplyDeleteमैं क्या करू अब मुझसे
ReplyDeleteये दर्द सहा नहीं जाता .............
समझ जो पाती तुम मुझको
तो प्यार तुम्हे भी हो जाता
very nice and heart touching poem...
बहुत सुन्दर...
ReplyDeleteदिल को छू गयी ..
जीवन का साद सदउपयोग करे व्यर्थ की चिन्ताओ से दूर रहे ..मित्र प्रेम का रस दुनिया में और भी है आपको बस पाना है
ReplyDeleteदिल को छू जाने वाली रचना ...
ReplyDeletebhaut hi khubsurat rahna,....
ReplyDeleteअच्छा लगा
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