यूं उदासी देखकर चेहरे पर तेरे
आँखों में अश्क भर आये मेरे
याद करता हूँ आज भी वो पल
जो बिताये थे,मैंने तेरे साथ
याद है मुझको आज भी वो शाम
जब होती थी हमारी मुलाकात
रोते हुए भी , हंस देता हूँ
आते है याद जब , तेरी बाहों के घेरे
यूं उदासी देखकर चेहरे पर तेरे
आँखों में अश्क भर आये मेरे
यूं तो लिखता हूँ , हर सह मैं तुझे
मगर याद मैं तेरी लिखी वो पहली नज्म
और हुए थे जुदा जब हम दोनों
हुई थी आँखें दोनों की नम
खेलते थे बचपन मैं , हम दोनों
याद है मुझको वो तम्बू , वो डेरे
यूं उदासी देखकर चेहरे पर तेरे
आँखों में अश्क भर आये मेरे
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पी के ''तनहा''